पोल्ट्री फार्मिंग में शैड की बनावट और आवास की जगह का खास महत्व है | यह मुर्गियों को एक खास वातावरण प्रदान करता है जिसमे उनपर कम से कम तनाव (स्ट्रैस) पड़ता है जिससे वो अधिक क्षमता से उत्पादन कर पाती हैं, सब मुर्गियों का एक जैसा वज़न होता है और बीमारियाँ भी कम फैलती हैं|
भारतीय मूल में उष्ण कटिबंधीय जलवायु पाई जाती है जिसमे 12 में से 8 महीने में गरम और शुष्क वातावरण रहता है और कुछ समय तो गर्मी के साथ साथ आद्रता भी रहती है | उत्तर पश्चिमी और उत्तरी इलाक़ो में कम से कम 4 से 5 महीने ठण्ड के मौसम में तापमान काफ़ी कम रहता है |
दक्षिण भारत में ठंड का मौसम नही होता परंतु रात को कभी कभी तापमान काफ़ी गिर जाता है| ऐसे में किसी एक तरह की आवासीय बनावट सुझाना काफ़ी मुश्किल हो जाता है | इसलिए आवास बनाने हेतु कुछ सिधान्तो को समझना आवश्यक होता है जिनका उपयोग करके किसी भी वातावरण में मुर्गियों के लिए आवास बनाया जा सकता है|
- मुर्गी फार्म का स्थान ऐसा होना चाहिए जो सूखा हो और जहाँ पानी ना भरता हो और साथ ही हवा का भी पर्याप्त बहाव मौजूद हो |
- आवास सभी मौसमो में आरामदायक वातावरण, किफायती, और मज़बूत होना चाहिए |
- फार्म की लंबाई पूरब – पश्चिम दिशा में होनी चाहिए जिससे सूर्य की सीधी किरने फार्म में ना आ पायें|
- शैड की छत पर्याप्त रूप से बाहर निकली हुई होनी चाहिए जिससे सीधी बारिश अंदर ना आ सके| इसे अमूमन 0.91 मीटर बहार निकाल कर रखा जाता है |
- छत जिस मेटीरियल की लगाए वो तापरोधक होना चाहिए, और जो आवास पेड़ो की छाए में लगाए जाते हैं वो अधिक अनुकूल होते हैं | आस पास पेड़ लगाये जा सकते हैं ऐसे में बिमारियां कम फैलती हैं |
- एक तजुर्बे के अनुसार टीन की चादर की जगह एसबेस्टॉस (पत्थर) की चादर ज़्यादा लाभकारी होती है, क्यूंकी ठंड के मौसम में टीन ओस के कारण टपकने लगता है और गर्मी में अत्याधिक गरम हो जाता है|
- शैड की साइड वाल 5 से 7 फीट और बीच की उँचाई 9.5 से 10 फीट तक होनी चाहिए| साइड वाल में 1 – 1.5 फीट की दीवार और बाकी लोहे की जाली होनी चाहिए| आज कल गैल्वेनाइज्ड आयरन की जालियां आने लगी हैं जिनपर ज़ींक की परत भी होती है इनमे जंक नहीं लगता और अधिक समय तक चलती हैं |
- लाइट के लिए पर्याप्त दूरी पर CFL या कम पावर के बल्ब लगाने चाहिए. फार्म में विभिन स्थितियों में विभिन्न रौशनी की आवश्यकता होती है | अमूमन 30 लक्स की रौशनी बताई जाती है | 1000 sqft में 30 लक्स रौशनी करने के लिए 12 वाट की 6 CFL या 40 वाट के 6 बल्ब काफी होते हैं|
- फार्म की चौड़ाई 30 फीट से अधिक नही होनी चाहिए और यदि इससे अधिक चौड़ाई रखनी हो तो उपर की तरफ ओपन स्लिट रखनी चाहिए|
- वेंटीलेशन का नियंत्रण पक्षियों के वातावरण को नियंत्रित करने का सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत है| पर्याप्त वेंटीलेशन से पक्षियों को अच्छी गुणवत्ता की हवा प्रदान की जाती है| ऑक्सीजन से भरपूर हवा मुर्गियों के लिए हर आयु में अत्यंत आवश्यक होती है|